यह लेख युवा साथी को समर्पित

अध्यक्ष
विश्वनाथ ठाकुर ‘कन्हैया जी
अचानक सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया पर कुछ गंभीर चर्चा हो गई, जो स्वास्थ्य व बढ़िया लगा,
परिवर्तन संसार का नियम है।
इसी नियम में मीडिया के प्रकार में भी परिवर्तन आया है, लेकिन इन सभी के जड़ में प्रिंट मीडिया ही है,जो सभी का जनक है मगर थोड़ा-थोड़ा बूढ़ा हो रहा है उसे इज्जत की जरूरत है।
हमने इन तीन मीडिया की उत्पत्ति विश्वसनीयता और प्रभावशालिता पर
सोशल प्लेटफॉर्म से ही सामान्य जानकारी जुटाई है; जो इस प्रकार है :- शायद हम और अपडेट हो सके
तीनों मीडिया का विकास और उनके आगमन का क्रम इस प्रकार है:
- प्रिंट मीडिया: प्रिंट मीडिया सबसे पहले आया था, जिसकी शुरुआत 15वीं शताब्दी में गुटेनबर्ग प्रेस के आविष्कार से हुई थी। अखबारों की शुरुआत 17वीं शताब्दी में हुई थी।
- इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया: इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया 20वीं शताब्दी में आया था, जिसकी शुरुआत रेडियो के आविष्कार से हुई थी। टेलीविजन का आविष्कार बाद में हुआ था।
- सोशल मीडिया: सोशल मीडिया 21वीं शताब्दी में आया था, जिसकी शुरुआत इंटरनेट के व्यापक उपयोग से हुई थी। फेसबुक, ट्विटर, और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का आविष्कार 2000 के दशक में हुआ था। कॉमन बातें-
तीनों ही मीडिया जानकारी को पहुंचाने और लोगों तक संदेश देने का काम करते हैं। मुख्य अंतर —-
प्रिंट मीडिया
- अखबार
- पत्रिकाएं
- पुस्तकें
- पोस्टर
- ब्रोशर
- मैगज़ीन
प्रिंट मीडिया में जानकारी छापकर पहुंचाई जाती है। यह मीडिया सबसे पहले आया था और इसका उपयोग आज भी जारी है।
इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया
- टेलीविजन
- रेडियो
- इंटरनेट टीवी
- ऑनलाइन न्यूज पोर्टल
इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया में जानकारी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से पहुंचाई जाती है। यह मीडिया 20वीं शताब्दी में आया था।
सोशल मीडिया
- फेसबुक
- ट्विटर
- इंस्टाग्राम
- यूट्यूब
- व्हाट्सएप
- ब्लॉग
सोशल मीडिया में जानकारी इंटरनेट के माध्यम से पहुंचाई जाती है। यह मीडिया 21वीं शताब्दी में आया था।
तीनो मीडिया की आज के दौड़ में विश्वसनीयता और प्रभावशालिता
विश्वसनीयता के मामले में:
- प्रिंट मीडिया: प्रिंट मीडिया को अभी भी सबसे विश्वसनीय माना जाता है, क्योंकि इसमें जानकारी को छापकर प्रस्तुत किया जाता है और इसकी जांच-पड़ताल की जाती है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया: इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया भी विश्वसनीय है, लेकिन इसमें कभी-कभी त्वरित जानकारी के कारण त्रुटियाँ हो सकती हैं।
- सोशल मीडिया: सोशल मीडिया में विश्वसनीयता की कमी है, क्योंकि इसमें कोई भी जानकारी साझा कर सकता है और इसकी जांच-पड़ताल मुश्किल हो सकती है।
प्रभावशालिता के मामले में:
- सोशल मीडिया: सोशल मीडिया सबसे प्रभावशाली है, क्योंकि इसमें लोगों की व्यापक पहुंच है और यह त्वरित जानकारी प्रदान करता है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया: इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया भी प्रभावशाली है, क्योंकि इसमें दृश्य और श्रव्य माध्यमों का उपयोग किया जाता है।
- प्रिंट मीडिया: प्रिंट मीडिया की प्रभावशालिता कम हो रही है, क्योंकि लोग ऑनलाइन जानकारी की ओर बढ़ रहे हैं।
इसी में हमें जीने की आदत डालनी है